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Friday, December 7, 2012

महिलाओ के यौवन व सोन्दर्यरक्षक - शुण्ठीपाक

इस दुनिया में कौन ऐसा होगा जो सोन्दर्यावान न होना चाहैगा चाहैं वह पुरुष ही क्यों न हो प्रत्येक चाहता है कि वह दुनिया का सबसे सुन्दरतम व्यक्ति हो लोग मुड़मुड़ कर उसे ही देखें फिर स्त्रियों का तो कहना ही क्या वे तो बेचारी वैसे भी प्रभु की अनुपम कृति हैं जिन्हैं निश्चित ही सौन्दर्यवान होने की लालशा रहती ही हैं।वैसे तो स्त्रियाँ अनेको सौन्दर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल करती रहीं है किंतु यह कोई स्थाई उपचार नही है वास्तविक सोन्दर्य वह है,जो अन्दर से दिखाई दे।
अब मैं आपको ऐसा उपाय बता रहा हूँ जिससे महिलाऐं व टीनएजर लड़कियाँ भी इस्तेमाल कर सकती है तथा लाभ प्राप्त कर सकती हैं।स्वस्थ यौवन प्राप्त करने के लिए स्त्री वर्ग इसे इस्तेमालकरे तथा लाभ उठाए।
गुण धर्मः-यह योग भैषज्य रत्नावली का है और इसके अलाबा यही योग आयुर्वेद सार संग्रह में भी थोड़ा उलटफेर कर दिया हुआ है।इसका वर्णन करते हुये ग्रंथकारों ने कहा है कि शरीर के रंग में निखार कर देने वाला यह योग पुष्टिदायक के साथ साथ बलवर्धक भी है।यह चहरे तथा शरीर के अन्य हिस्सों की त्वचा की सिकुड़न को दूर कर देने वाला तथा त्वचा को कस देने वाला योग है।पुरुष इसका निरापद रुप से सेवन कर सकते हैं तथा बल व वीर्य की बृद्धि कर सकते हैं किन्तु यह वास्तव में स्त्रियों के लिए अमृत ही है।इसके सेबन से योनि विकार,प्रदर,कष्टार्तव अर्थात महावारी या मासिक धर्म की समस्याऐं निर्मूल हो जाती हैं तथा स्त्री सौन्दर्य में भी वृद्धि होती है।यह योग प्रसूता स्त्रियों के लिए अमृत तुल्य है।
इस योग का प्रमुख द्रव्य है शुण्ठी या सौंठ ।आप लोगों ने अदरख तो सुना व प्रयोग किया ही होगा यह सौठ नामक औषधि अदरख के सूखने पर ही प्राप्त होती है।इससे बनाया जाता है एक योग जिसका नाम है शुण्ठी पाक। इस पाक को बनाना भी बहुत ही आसान है इसकी सारी औषधियों को पंसारी के यहाँ से लाया जा सकता है।इसे अगर बनाने का विचार आ रहा है तो कृपया औषधियाँ नोट कर लें।
  • सौठ -1 किलोग्राम, गाय का घी -1 किलो,दूध - 4 किलो।
  • छोटी इलायची,शतावर,विदारीकंद,सफेद मूसली,गोखरु,बला मूल,गिलोयसत्व,तेजपात,अजवायन,तालीसपत्र,अजमोद,सौंफ,रासना,पोहकर मूल,वंशलोचन,देवदारु,सोयाबीन,कचूर,जटामासी,वच,मोचरस,सफेद चन्दन,लालचन्दन,वायविडंग,खस,वासा,धनिया,कायफल,नागरमोथा ये सभी औषधियाँ 24 -24 ग्राम लेनी हैं।और दूध व घी को छोड़कर सभी कुल सौंठ व  औषधियों की दुगनी मात्रा में चीनी लेनी हैं।लगभग 3किलो 500 ग्राम चीनी या अपने स्वादानुसार चीनी ज्यादा भी कर सकते हैं।
बनाने की विधि ः-सौंठ का महीन चूर्ण बनाकर कपड़छन कर लें और अन्य औषधियों का भी महीन चूर्ण बनाकर रख लें।इसके बाद पहले तो दूध का खोवा बना लें।अब गाय का घी कढ़ाही में डालकर सौंठ को हल्का हल्का भून लें जब भुन जाए तो उसमें अन्य औषधियों का महीन चूर्ण भी मिला लें अब चीनी की अदपकी चासनी बनाकर उसमें दबाए डालकर चासनी  को पकाऐं तथा खोबा डालकर कतरी की तरह चलाऐं और जब जमने योग्य हो जाऐं तब प्लेट या थाली में जमाकर कतरी काट लें। तथा सुरक्षित रख लें।
औषधि सेबन की मात्रा व विधिः- 10 ग्राम से 25 ग्राम तक की मात्रा आपकी शक्ति व पाचनक्रिया को ध्यान में रखते हुये रात व सुबह को गुनगुने दूध के साथ सेबन करे ध्यान रखे अगर आपकी पाचन क्रिया बहुत ही अच्छी है और जलन नही होती तब ही अधिक मात्रा में सेबन करे नही तो धीमें धीमें पाचन क्रिया के साथ प्रयोग करे।

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