द्राक्षासवः पेट के समस्त रोगों का सफल आयुर्वेदिक उपचार
द्राक्षासव शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है यह है द्राक्ष व आसव तो आयुर्वेदिक औषधि द्राक्षासव द्राक्ष नामक एक औषधि का आसव होना चाहिये किन्तु द्राक्ष होती कौन सी औषधि है तो इसका उत्तर है अंगूर
द्राक्षासव एक जानामाना आयुर्वेदिक हेल्थ टॉनिक है, जो केवल हेल्थ टॉनिक ही नही अपितु अनेकों रोगों को दूर करने की सामर्थ्य रखने वाली आयुर्वेदिक औषधि है। यह कई बीमारियों को दूर करती है. द्राक्षासव का मुख्य घटक द्राक्ष यानी अंगूर होता है, इसीलिए इसे द्राक्षासव कहते हैं।
इसमें,
i. मिश्री,
iii. धातकी,
iv. चीनी ,
v. लौंग ,
vi. इलाइची,
vii. दालचीनी,
viii. तेजपत्ता,
ix. नागकेसर,
x. जायफल,
xi. काली मिर्च,
xii. चित्रक
जैसी मुख्य और कई अन्य जड़ी बूटियों से द्राक्षासव स्पेशल को बनाया जाता है.
द्राक्षासव स्पेशल के फायदे :
इसके इस्तेमाल से शारीरिक कमजोरी दूर होकर शरीर को ताकत मिलती है.
भूख न लगना, अपच, गैस, पाइल्स, खून की कमी ,खांसी और वजन बढ़ाने के लिए द्राक्षासव एक बड़ी ही भऱोसेमंद औषधि है। यह औषधि फर्मन्टेसन से प्राप्त की जाती है जिसमें 4 से 8 प्रतिशत तक एल्कोहल होता है जो इसमें फर्मन्टेसन से स्वयं तैयार हो जाता है। यह नैचुरल एल्कोहल है जिसका ऐल्कोहलिक प्रभाव न होकर केवल औषधीय प्रभाव होता है। यानि यह नशे के काम में नही आ सकता है । हाँ यह भोजन के बाद लेने पर उसे पचाने में मदद करता है तथा आपको ताजगी प्रदान करता है।
द्राक्षासव (Drakshasava)स्पेशल कमजोरी को दूर करता है , चूँकि यह पाचन तंत्र को ताकत देता है अतः भोजन का पाचन ठीक प्रकार से होता है अतः जब जठराग्नि प्रवल होगी और खाया पीया ठीक से पचेगा तो यह शरीर को लगेगा फलस्वरुप शरीर को शक्ति प्राप्त होगी ही । .
द्राक्षासव डाइजेशन को ठीक करता है अतः सीने में जलन, अपचन और गैस की प्रॉब्लम को दूर हो जाती है। और जब पाचन ठीक से होगा गैस नही बनेगी तो बैचेनी कैसी या थकाबट कैसी क्योंकि भोजन पूर्णतः शक्ति देगा ही अतः थकावट, बेचैनी, नींद न लगना, किसी भी काम में मन न लगना ,हमेशा कमजोरी महसूस करना, यह सारी समस्या इसके सेवन से दूर हो जाती है और हमेशा चुस्ती-फुर्ती और ताजगी बनी रहती है।
द्राक्षासव यकृत को अर्थात लीवर को strong बनाता है, और कब्ज की प्रॉब्लम को ठीक करता है। और चूँकि कब्ज नही होगी तो पेट से मल आसानी से निकलेगा और ऐसा होगा तो फिर मलद्वार पर आपको ज्यादा ताकत लगानी नही पड़ेगी और जब ताकत ज्यादा नही लगाऐगें और मल आसानी से निकलेगा तो फिर बबासीर के मस्से धीरे धीरे ठीक हो ही जाऐंगे । अतः यह कहा जा सकता है कि यह बवासीर में लाभकारी है इसके सेवन से मस्सों से ब्लीडिंग रुक जाती है और यह बवासीर को कम करने में ही नही अपितु ठीक करने में सहायक औषधि है
वैसे तो इसे बहुत सी फार्मेसियाँ तैयार करती है लैकिन फिर भी कुछ विश्वसनीय फार्मेसियों के लिंक हम यहाँ दे रहे हैं आप यहाँ से भी इसे मंगा सकते हैं । आपको बाजार के रेटों में ही यहाँ भी ये औषधियाँ आनलाइन मिल जाऐगी।
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