अद्भुत शक्तिप्रदान करता है ब्रह्म रसायन - Ayurvedlight : The Light OF Ayurveda. An English portal for Ayurveda

Breaking

Whats app

Ancient Natural Traditional Science

WWW.AYURVEDLIGHT.BLOGSPOT.COM

Thursday, October 11, 2012

अद्भुत शक्तिप्रदान करता है ब्रह्म रसायन


आयुर्वेद शास्त्र  में व्यक्ति के जीवन को सुखी व स्वस्थ कैसे बनाया जाऐ कैसे निरोगी रहा जाए इस हेतु अनेको योगों की जानकारी प्रदान की गयी है।इन्हीं गुणकारी व निरापद नुस्खों की जानकारी आप पाठकों तक पहुँचाने के उद्देश्य से मैनें यह नयी साइट शुरु की है।मैरा उद्देश्य आयुर्वेद के ज्ञान को विश्व में फैलाना है।हम अपने इस उद्देश्य में सफलता प्राप्त करने के लिऐ आप से भी सहयोग की अपेक्षा करते हैं।कि आप अपने जानने वालों तक हमारा यू.आर.एल या ब्लाग का पता अथवा इस वेवसाइट का पता पहुँचाए तथा हमें भी टिप्पणी करे जिससे हमे आपके बारे में भी जानकारी मिल सके। हमारा उत्साह वर्धन करने का यह एक उत्तम तरीका है।हम भी आपको नये नये आयुर्वेदिक योगों से परिचित कराते रहेगे तथा रोगों की जानकारी देते रहेंगे।
आज हम जिस योग का परिचय आप लोगों से करा रहै हैं वह है

                       परम शक्तिदायक आयुर्वेदिक योग ब्रह्म रसायन

शरीर को बल देने के साथ-2 मस्तिष्क को ताकत देकर स्मरण शक्ति बढ़ाने वाले इस योग का वर्णन महान आयुर्वेदज्ञ महर्षि चरक के अनुपम ग्रंथ चरक संहिता में मिलता है।इसका वर्णन अन्य आयुर्वेदिक ग्रंथो यथा आयुर्वेद सार संग्रह, रसतंत्र सार आदि में भी देखने को मिलता है।

                                आवश्यक सामिग्री-ताजा हरड़ अच्छी पकी हुय़ी- 1किलो,ताजा अच्छा पका आँवला- 1किलो,शक्कर दानेदार 4किलो4सौ ग्राम,250ग्रा. देशी घी

       काढ़ा बनाने के लिऐ- 
शालपर्णी,प्रष्ठपर्णी, छोटी कटेरी,बड़ी कटेरी,बेल छाल ,गोखरु,बेलछाल, पाढल छाल,अग्नि मंथ या अरणी छाल,अरलू छाल गंभारी छाल,पुनर्नवा,मुग्दपर्णी,मासपर्णी,बला,एरण्ड, जीवक , ऋषभक,मेदा,शतावरी,जीवन्ती,नरकट,इक्षु या ईख,दर्भ,कुश व शालि चावल,(इनमें से अधिकांश दवाऐं च्वनप्राश अवलेह मे भी पड़ती हैं)सब को 50-50 ग्रा.लेकर मोटा मोटा जौ के समान कूट लें।
चूर्ण करने के लिए- ब्राह्मी बूटी,शंखपुष्पी,नागरमोथा,नदी किनारे वाला मोथा,बच,नागकेशर, पीपल,वायविडंग, सफेद चन्दन, अगर,मुलहटी,हल्दी,छोटी इलायची,व दालचीनी प्रत्येक 16-16 ग्रा. लेकर बारीक चूर्ण कर लें ।
आवश्यक वर्तन- स्टील के वर्तन ही काम में ले भगोना,कढ़ाई,बड़ाथाल,पलटा।पिठठी नकालने के लिए स्टील की छलनी,कुकर
विधि- सर्व प्रथम रात को साफ भगोने में काढ़ा वनाने बाले सामानों का जौ जैसा कुटा मिश्रण लेकर 8 लीटर शुद्ध जल में भिगोने  रख दें और ऊपर से साफ कपड़ा ढक दें।सुबह को सर्व प्रथम कुकर में आँवले व हरड़ लेकर 2 ली. पानी लेकर ढक्कन बन्द करके आग पर चढ़ा दे तथा एक सीटी ही लें एक सीटी में ही आँवले नरम हो जाएगें।अब इन्हैं निकाल करपानी से अलग कर लें तथा पानी को काढ़ा बनाने वाले भगोने के द्रव्य में उड़ेल दें और इसे उठा कर आग पर रख दें तथा धीमी आग कर के उवलने दें।अच्छा रहे आग चूल्है की हो और चूल्हे की आग है तो धीमी धीमी आग पर करीव 12 घण्टा उवलने दें।और अगर गैस पर कर रहे है् तो 2 घण्टा तो कम से कम आग पर उवलने दें ही जिससे काढ़े के सभी तत्व उस जल में समाहित होकर अच्छा काढ़ा तैयार हो सके।
                     अव काढा तो आपने गैस पर चढ़ा ही रखा है इतने में आप छलनी लेकर उसे उलटी करके उस पर आँवले व हरड़ को घिस डालें तथा गुठलिय़ा को अलग करके फेंक दे व गूदे को साफ कढ़ाई मे देशी घी के साथ तव तक भूने कि वह घी छोड़ दे किन्तु ध्यान दें कि यह जल न जाए।जब घी पिठ्ठी  छोड़ कर अलग हो जाए तो देख लो कि पिठ्ठी की गोलियाँ बन पा रही है और उन पर रेखाऐं अंकित हो रही है तब समझ लें कि यह पक गयी है । इसे आग से उतार लें।
                      अब आपने जो काढ़ा बनाने रखा है उसमे जल की मात्रा जब लगभग जलते जलते 2 किलो के करीव रह जाए तो  छान ले तथा  इसमे बताई गई शक्कर की मात्रा लेकर चासनी बनाने रख दें।यह चासनी जव तीन तार की बन जाए तव गर्म गर्म में ही घी सहित पिठ्ठी डाल दे तथा चलाते रहें पाँच मिनट के बाद चासनी सहित द्रव्य को नीचे उतार कर थोड़ा ठण्डा होने दें हल्का ठण्डा होने पर ही चूर्ण किये गये द्रव्यों को इसमें मिला दें।और काँच या चीनी मिट्टी के बर्तन में भर लें।यह ब्रह्म रसायन उपयोग के लिए तैयार हो गया है।

ब्रह्म रसायन के लाभ- 

शरीर के विकार व दुर्वलता को दूर करने के साथ ही शरीर को नव स्फूर्ति, बल ,ओज ,तेज व वीर्यवान बना देने बाला रसायन है यह ब्रह्म रसायन। इसके उपयोग से आप रोगो से दूर ही नही रहते अपितु यह आपकी स्मरण शक्ति,मनोवल व मेधा शक्ति को भी प्रवल करता है।कोई भी मानव ब्रह्म रसायन का नियमित प्रयोग करके व अपनी दिनचर्या को ठीककर,तथा  उचित आहार-विहार,आचार-विचार का पालन कर दीर्घायु  ही नही निरोगी व सबल होने के साथ ही मेधा शक्ति सम्पन्न बना रहता है। ब्रह्म रसायन एक ऐसा योग है जिसको छात्र छात्रा,दिमागी काम करने वाले स्त्री पुरुष,कम्प्यूटर प्रयोग करने वाले लोग प्रोढ़ एवं वृद्ध सभी प्रयोग कर सकते हैं।
                                       
                          

                       

13 comments:

  1. लाभदायक जानकारी. कृपया अपने ब्लॉग पर ईमेल subscription बॉक्स लगाने की कृपया करें ताकि हम अपने मेल पर आपकी नई पोस्ट का अलर्ट पा सकें.

    ReplyDelete
  2. प्रिय बंधुवर मेरे अन्य ब्लाग भी हैं उन पर आपको ई मेल सब्स्क्रिप्सन बाक्स इसी समय मिल जाएगा इस ब्लाग का लिंक मेने इसी ब्लाग पर लगाया हुआ है दबाऐं The Light Of Ayurved.
    आपकी सुबिधा के लिए लिंक दे रहा हूँ जल्दी ही वह कां भी कर दूँगा.
    http://ayurvedlight.blogspot.in

    ReplyDelete
  3. एक ब्लॉग सबका पर आपका कमेन्ट देख कर आपके ब्लॉग पर आया.आकर लगा की आपके पास भी ज्ञान का भण्डार है.पोस्ट्स बहुत अच्छी लगी.लेकिन ब्लॉग सेटिंग में काफी कमियां हैं.अगर आपको किसी भी प्रकार की ब्लॉग सहायता की जरुरत हो तो मुझे याद कर लीजियेगा.मेरे ब्लॉग लिंक निम्न हैं.
    मोहब्बत नामा
    मास्टर्स टेक टिप्स

    ReplyDelete
  4. मधुमेह वाले लोग इसे सेवन कर सकते है क्या?

    ReplyDelete
  5. बच्चे की हाइट बढ़ाने के लिए उपाय बताएं

    ReplyDelete
    Replies
    1. China 1gehun me barber farm pain me Millar 3 month take din me a bar

      Delete
  6. Diabetes wale le sakte h Kya and weight gain to nahi hota

    ReplyDelete
  7. Please Bata diabetec is le sakte h

    ReplyDelete
  8. mene bharma rasayan dabaur ka iya he aur khana khane ke baad doodh se le raha hu aap sir ji ye bataye ki me sahi use kar raha hu

    ReplyDelete
    Replies
    1. In morning without tea and in night before sleep both time with milk

      Delete
    2. In morning without tea and in night before sleep both time with milk

      Delete
  9. There are many ways to improve memory power, you can take many types of foods, supplements that helps to increase brain power. visit http://www.dradvice.in/herbal-remedy-for-depression.html

    ReplyDelete

OUR AIM

ध्यान दें-

हमारा उद्देश्य सम्पूर्ण विश्व में आय़ुर्वेद सम्बंधी ज्ञान को फैलाना है।हम औषधियों व अन्य चिकित्सा पद्धतियों के बारे मे जानकारियां देने में पूर्ण सावधानी वरतते हैं, फिर भी पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी औषधि या पद्धति का प्रयोग किसी योग्य चिकित्सक की देखरेख में ही करें। सम्पादक या प्रकाशक किसी भी इलाज, पद्धति या लेख के वारे में उत्तरदायी नही हैं।
हम अपने सभी पाठकों से आशा करते हैं कि अगर उनके पास भी आयुर्वेद से जुङी कोई जानकारी है तो आयुर्वेद के प्रकाश को दुनिया के सामने लाने के लिए कम्प्युटर पर वैठें तथा लिख भेजे हमें हमारे पास और यह आपके अपने नाम से ही प्रकाशित किया जाएगा।
जो लेख आपको अच्छा लगे उस पर
कृपया टिप्पणी करना न भूलें आपकी टिप्पणी हमें प्रोत्साहित करने वाली होनी चाहिए।जिससे हम और अच्छा लिख पाऐंगे।

Email Subscription

Enter your email address:

Delivered by FeedBurner