लो शीघ्र पतन भी होगा शीघ्र ही ठीक हलुआ खाकर - Ayurvedlight : The Light OF Ayurveda. An English portal for Ayurveda

Whats app

Ancient Natural Traditional Science

Wednesday, October 24, 2012

लो शीघ्र पतन भी होगा शीघ्र ही ठीक हलुआ खाकर

WWW.AYURVEDLIGHT.BLOGSPOT.COM

शीघ्रपतन या शीघ्रस्खलन अथवा प्रीमेच्योर इजेकुलेशन नाशक  आयुर्वेदिक हलुआ

शीघ्र पतन (Shigrapatan)एक ऐसा रोग है जिसके कारण पति पत्नी के बीच शारीरिक दूरियाँ बढ़ने लगती हैं क्योकि इस रोग से ग्रस्त पुरुष अपनी पत्नी के साथ रणांगण में हार चुका होता है। जब तक पत्नी  अपनी तलबार निकाल कर तैयार होती है पुरुष अपने हथियार गिरा देता है कहना अनुचित नही होगा कि वह  युद्ध शुरु होने से पहले ही मैदान छोड़ चुका होता है।
शीघ्र पतन क्यों होता है इसके कारण क्या हैं  निवारण क्या हैं इसे The Light of Ayurveda पर जाकर पढ़ सकते हैं। यहाँ क्लिक करके शीघ्रपतन(Shigrapatan ka ilaj) व अन्य स्त्री व पुरुष यौन रोगों के बारें में बहुत सी जानकारियाँ प्राप्त कर सकते हैं
आज मैं शीघ्रपतन के रोगियों के लिए एक बहुत ही अद्भुत आयुर्वेदिक योग लाया हूँ जो एक बहेतरीन रेसीपी तो है ही साथ ही शीघ्रपतन, शीघ्रस्खलन या प्रीमेच्योर इजेकुलेशन व सेक्सुअल कमजोरी के मरीजों के अलाबा जिन लोगों को थोड़ी बहुत नपुंसकता की शिकायत है उनके लिए भी वरदान है। 
 आइये बनाते हैं शीघ्र पतन नाशक हलुआ
शीघ्रपतन नाशक हलुए के लिए  आवश्यक सामिग्री- 
  • इमली के बीजों की गिरी भूनने के बाद - 250 ग्राम
  • सूखे सिघांड़े का आटा - 250 ग्राम
  • गोंद चीनिया- 250 ग्राम
  • गोंद देशी बबूल - 500 ग्राम
  • गाय का शुद्ध घी - 500 ग्राम
  • चीनी - 3 किलोग्राम

 शीघ्रपतन नाशक हलुआ बनाने की विधि----

गाय का घी 500 ग्राम लेकर कढ़ाही मे चढ़ा दें तथा दोनो प्रकार के गोंदों को अलग अलग तल लें तथा खरल में डालकर बारीक-2 कूट पीस लें।तलते समय ध्यान रखें जितना अच्छा तल जाएगा उतना ही अच्छा व वारीक गोंद कुट जाएगा।औऱ जितना वारीक कुट जाएगा उतना ही अच्छा हलुआ भी गुणकारी व स्वादिस्ट बनेगा। लैकिन साथ ही यह भी याद रखना कि ज्यादा  सिक  न जाए नही तो गोंद जल भी सकता है अतः ध्यान रखें।बाकी बचा घी अलग करके रख लें।अब लगभग 3 किलो चीनी लेकर चासनी बना लें तथा चासनी में ही उपर लिखी सारी चीजें डाल दें तथा धीमी आग पर पकाऐं।पकने पर हलुआ तैयार है।
 

शीघ्रपतन नाशक हलुए की सेवन योग्य मात्रा व अनुपान -   

 20-25 ग्राम हलुआ प्रातःकाल गाय के गुन गुने दूध से लें।
शीघ्रपतन नाशक हलुए के लाभ- 
पुरानी से पुरानी काम समस्याओं का निराकरण करता है।जैसे मूत्रत्याग के समय धातु या वीर्य की बूंदे निकल जाती हैं।धातु की कमजोरी मिटती है।और शीघ्र पतन की शर्तिया दवा है।

           
cooltext792199065

No comments:

Post a Comment

OUR AIM

ध्यान दें-

हमारा उद्देश्य सम्पूर्ण विश्व में आय़ुर्वेद सम्बंधी ज्ञान को फैलाना है।हम औषधियों व अन्य चिकित्सा पद्धतियों के बारे मे जानकारियां देने में पूर्ण सावधानी वरतते हैं, फिर भी पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी औषधि या पद्धति का प्रयोग किसी योग्य चिकित्सक की देखरेख में ही करें। सम्पादक या प्रकाशक किसी भी इलाज, पद्धति या लेख के वारे में उत्तरदायी नही हैं।
हम अपने सभी पाठकों से आशा करते हैं कि अगर उनके पास भी आयुर्वेद से जुङी कोई जानकारी है तो आयुर्वेद के प्रकाश को दुनिया के सामने लाने के लिए कम्प्युटर पर वैठें तथा लिख भेजे हमें हमारे पास और यह आपके अपने नाम से ही प्रकाशित किया जाएगा।
जो लेख आपको अच्छा लगे उस पर
कृपया टिप्पणी करना न भूलें आपकी टिप्पणी हमें प्रोत्साहित करने वाली होनी चाहिए।जिससे हम और अच्छा लिख पाऐंगे।

Email Subscription